वैज्ञानिकों ने महिलाओं के प्राइवेट पार्ट के लिए बनाई खास चिप, जानिए खासियत
साइंस की दुनिया में हर दिन कमाल का काम होता रहता है। इस कमाल से लोग हैरान हो जाते हैं।
अब वैज्ञानिकों ने दुनिया की पहली वजाइना चिप बनाकर फिर लोगों को हैरान कर दिया है।
इस छोटे उपकरण में वजाइना के अंदर पाए जाने वाले सेलुलर वातावरणकी नकल की गई है।
वैज्ञानिकों ने बताया कि इस चिप के माध्यम से शोधकर्ता यह अध्ययन कर सकते हैं कि विभिन्न सूक्ष्म जीव वजाइना को कैसे प्रभावित करते हैं।
वैज्ञानिकों ने यह भी कहा कि इस चिप के माध्यम से शोधकर्ता यह भी पता लगा सकते हैं कि कैसे विभिन्न दवाएं और प्रोबायोटिक्स (probiotics) वजाइना के अंदर के वातावरण की संरचना को बदलते हैं।
शोधकर्ता यहां तक पता लगा सकते हैं कि वजाइना के अंदर विभिन्न सूक्ष्म जीवों का समुदाय कैसे इसके वातावरण को प्रभावित करता है।
इस रिसर्च के पहले लेखक गौतम महाजन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के वाइस इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकली इंस्पायर्ड इंजीनियरिंग के पूर्व शोधकर्ता हैं।
महाजन ने बताया कि यह चिप वजाइना में फायदेमंद बैक्टीरिया को पैदा करने का काम करती है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार वजाइना चिप केवल 1 इंच (2.54 सेंटीमीटर) लंबी होती है और इसमें दो महिलाओं की दान की गई कोशिकाएं होती हैं।
कोशिकाओं को वजाइना की संयोजी ऊतकों से एकत्र किया गया है। ये दो प्रकार की कोशिकाएं एक झिल्ली के दोनों ओर बैठती हैं।