डायबिटीज दुनिया-भर में लाखों लोगों पर प्रभाव डालने वाली एक पुरानी मेडिकल कंडीशन है और महिलाएं भी इससे बची नहीं हैं।
दुर्भाग्य से, अक्सर डायबिटीज पर किसी का ध्यान नहीं जाता है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
डायबिटीज का खतरा उन महिलाओं में ज्यादा होता है जो मोटापे से ग्रस्त हैं, जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर है या वो शहरी क्षेत्रों में रहती हैं।
दरअसल, डायबिटीज की वजह से किडनी, लिवर, हार्ट और आंखों को सबसे अधिक खतरा रहता है. मधुमेह या डायबिटीज की सबसे बड़ी वजह गलत खान-पान और लाइफस्टाइल को बताया जाता है
कहा भी जाता है कि हमारा शरीर हर तरह की बीमारियों और कमियों के बारे में खुद ही संकेत देना शुरू कर देता है. ऐसे में डायबिटीज होने से पहले के लक्षण को समझना जरूरी है.
जल्दी-जल्दी प्यास लगना
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक जब किसी को अधिक प्यास लगती है तो इसका सीधा मतलब है कि ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ रही है. ऐसे में डॉक्टर के परामर्श से इसका पता लगाएं कि बार-बार प्यास क्यों लग रही है.
बार-बार पेशाब जाना
डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों में यह सबसे खास है. बार-बार पेशाब जाने या पानी पीने के थोड़ी देर में ही पेशाब जाने से पता चलता है कि किडनी ठीक तरह से काम नहीं कर रही है. यह खून में शुगर का अनुपात ज्यादा होने की वजह से हो सकता है.
भूख अधिक लगना
वैसे तो भूख ज्यादा लगने की दूसरी वजह भी हो सकती हैं. लेकिन ऐसी स्थिति में बल्ड शुगर टेस्ट जरुर करा लें. शुगर लेवल जांचने के लिए जब भी टेस्ट कराने जाएं तो ध्यान रहे आप खाली पेट हों.
बहुत जल्दी थकान लगना
कमजोरी, थकान, थोड़ी दूर चलने पर थक जाना यह प्री-डायबिटीज के शुरुआती लक्षण हैं. ऐसी स्थिति में डॉक्टर को दिखाना बेहतर रहेगा.
फौरन लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव
सबसे पहले आपको अपनी रोजमर्चा की दिनचर्या को ठीक करना होगा. नींद पूरी करने के साथ हर दिन कुछ न कुछ व्यायाम करें.ज्यादा तली-भुनी ज्यादा स्पाइसी चीजें के बजाय अंकुरित अनाज को डायट में शामिल करें.ज्याद नमक और ज्यादा चीनी से भी परहेज कर लें.