दिवाली के त्योहार में अब कुछ दिन ही बाकी है। ऐसे में लोगों ने घरों में दिवाली से पहले सफाई का सिलसिला शुरू कर दिया है।
दिवाली के लिए लोग अपने घर की सफाई करने के बाद उसे सजाते हैं। मान्यता है कि दिवाली पर साफ-सफाई करने से मां लक्ष्मी का घर में आगमन होता है।
लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं कि दिवाली की सफाई में किन चीजों को घर से तुरंत बाहर निकाल दें-
खिड़की या दरवाजा टूटा हुआ
वास्तु शास्त्र में घर में टूटा शीशा अशुभ माना गया है। यह अशुभता को दर्शाता है। ऐसे में दिवाली घर की खिड़की या दरवादे का शीशा टूटा है तो उसे तुरंत ठीक करा लें या फिर उसे टूटे शीशे को घर से बाहर निकाल दें।
टूटा शीशा
वास्तु शास्त्र में घर में टूटा शीशा अशुभ माना गया है। यह अशुभता को दर्शाता है। ऐसे में दिवाली घर की खिड़की या दरवादे का शीशा टूटा है तो उसे तुरंत ठीक करा लें या फिर उसे टूटे शीशे को घर से बाहर निकाल दें।
बिजली का खराब सामान
अगर आपके घर में बिजली से चलने वाला कोई उपकरण खराब है तो इसे दिवाली से पहले ठीक करा लें या फिर पूरी तरह से खराब हो चुके सामान को बाहर निकाल दें।
पुरानी घड़ियां
दिवाली की सफाई में घर में बंद पड़ी पुरानी घड़ियां ठीक करा लें। जो घड़ी ठीक कराने लायक न हों उसे बाहर निकाल दें। घर में बेकार या बंद पड़ी घड़ियां तरक्की में बाधा डालती हैं।
खंडित मूर्तियां
अगर आपके घर में पूजा स्थल पर कोई खंडित मूर्ति हो तो उसे दिवाली से पहले हटा दें। शास्त्रों के अनुसार, घर पर टूटी मूर्ति रखना अपशगुन माना गया है।
घर की छत
वास्तु में घर की छत की सफाई पर जोर दिया जाता है। मान्यता है कि घर की छत गंदी होने से लोग हमेशा बीमार व दुखी रहते है। इसलिए घर की छत हमेशा साफ रखनी चाहिए।
टूटे-फूटे बर्तन
मान्यता है कि जो लोग टूटे बर्तनों में खाना खाते हैं उनकी किस्मत कभी नहीं जागती है। इसलिए दिवाली से पहले घर से टूटे-फूटे बर्तन बाहर निकाल दें।
टूटा फर्नीचर
वास्तु के अनुसार, घर में टूटा हुआ फर्नीचर रखना अशुभ माना गया है। इसलिए घर में अगर कोई टूटा फर्नीचर हो तो उसे ठीक करा लें। अन्यथा उसे घर से बाहर निकाल दें।