देश के मशहूर निवेशक और कारोबारी राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani) अब दुनिया के टॉप 100 दौलतमंद अरबपतियों की सूची में शामिल हो गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलेनियर (Bloomberg Billionaires) इंडेक्स के मुताबिक राधाकिशन दमानी की दौलत 19.3 बिलियन डॉलर यानी 1.42 लाख करोड़ रुपए है। संपत्ति के मामले में दमानी दुनिया के अमीरों की सूची में 97वें स्थान पर आ गए हैं। आपको यहां बता दें कि टॉप 100 अमीरों की सूची में दमानी के अलावा पांच अन्य भारतीय अरबपति भी शामिल हैं। ये पांच अरबपति-मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, अजीम प्रेमजी, शिव नादर और लक्ष्मी मित्तल हैं। आइए जानते हैं 5000 रुपये से निवेश की शुरुआत करने वाले इस ‘रिटेल किंग’ की कहानी
आइए जानते हैं कहां से शुरू हुई दमानी (Radhakishan Damani) की कहानी?
राधाकिशन दमानी के पिता एक शेयर ब्रोकर थे। 1985-86 में पिता शिवकिशन दमानी की मौत के बाद दमानी ने घाटे में चल रहे बॉल बेयरिंग कारोबार को बंद कर दिया था। इसके बाद उन्होंने अपने भाई गोपीकिशन दमानी के साथ मिलकर शेयर बाजार पर अपना ध्यान केंद्रित किया और 5000 रुपये के साथ निवेश की शुरुआत की। 1990 के दशक में जब हर्षद मेहता ने देश का वित्तीय बाजार बुरी तरह से हिला कर रख दिया था, तब दमानी को जबर्दस्त प्रॉफिट हुआ।
उस समय एक ओर जहां हर्षद मेहता ने शेयर बाजार में तेजी पर दांव लगाया था, वहीं दमानी ने बाजार के गिरने पर दांव लगाया था। फिर क्या खुलासा होने के बाद बाजार धड़ाम हो गया, जिससे दमानी को जबर्दस्त प्रॉफिट हुआ। रिपोर्ट्स के अनुसार, उस समय दमानी ने कहा था कि यदि मेहता एक सप्ताह और अपनी लॉन्ग पोजीशन होल्ड कर लेता, तो उन्हें नुकसान होता। साल 1995 में दमानी ने सस्ते वैल्युएशन में मिलने वाली कंपनी में लंबे वक्त तक रुकने का फॉर्मूला अपनाते हुए एचडीएफसी बैंक के प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) में पैसा लगाया। इससे उन्होंने मोटा मुनाफा हुआ था।
राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani) शुरुआती जिंदगी
राधाकिशन दमानी का जन्म साल 1954 में राजस्थान के बीकानेर में मारवाड़ी परिवार में हुआ था। उनका परिवार एक सिंगल रूम अपार्टमेंट में रहता था। उन्होंने मुंबई युनिवर्सिटी से कॉमर्स की पढ़ाई शुरू तो की थी, लेकन पहले ही साल छोड़ भी दी थी। दमानी ने साल 2002 में मुंबई में अपने पहले डी-मार्ट स्टोर की शुरुआत की थी। डी-मार्ट के आज महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, एनसीआर, तमिलनाडु, पंजाब और राजस्थान में 238 स्टोर्स हैं। साल 2017 में डी-मार्ट की पैरेंट कंपनी एवेन्यू सुपरमार्ट्स लिमिटेड की शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई थी।
अकसर सफेद कपड़ों में रहने की वजह से दमानी को ‘मिस्टर व्हाइट एंड व्हाइट’ नाम से भी बुलाया जाता है। अस्सी के दशक में शेयर बाजार में 5000 रुपए के साथ उतरे दमानी को भारतीय इक्विटी बाजार में एक स्मार्ट निवेशक के रूप में पहचान मिली हुई है। दमानी की एक खास बात ये भी है कि वो मीडिया की सुर्खियों से दूर रहते हैं।
तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 31 फीसदी बढ़कर 5,032 करोड़ रहा
वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में कंपनी का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट 132 फीसदी उछलकर 115 करोड़ रुपये रहा। जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 50 करोड़ रुपये रहा था। जून तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 31 फीसदी बढ़कर 5,032 करोड़ रुपये पहुंच गया। जून 2020 तिमाही में यह आंकड़ा 3,833 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी का EBITDA (ब्याज, कर, विमूल्यन और अमोरटाइजेशन से पहले की आय) 221 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले यह 109 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी का EBITDA मार्जिन 4.4 फीसदी रहा, जो पिछले साल 2.8 फीसदी था। मौजूदा समय में बीएसई पर एवेन्यू सुपरमार्ट्स का शेयर 3651.55 के स्तर पर है। पिछले सत्र में इसमें 19.05 अंक (+0.52 फीसदी) की तेजी आई थी। कंपनी का बाजार पूंजीकरण 2,36,538.17 करोड़ रुपये है।
1 हजार करोड़ रुपए का बंगला
मालूम हो कि हाल ही में राधाकिशन दमानी ने दक्षिण मुंबई के मलाबार हिल्स इलाके में 1 हजार करोड़ रुपये का बंगला खरीदा था। दमानी ने 31 मार्च को तीन फीसदी स्टांप ड्यूटी देकर रजिस्ट्रेशन करवाया था। छूट के बाद भी उन्होंने 30 करोड़ की स्टांप ड्यूटी दी थी। डेढ़ एकड़ के इस बंगले के लिए प्रति वर्ग फुट उन्होंने 1.60 लाख रुपये चुकाए हैं। दमानी ने 2020 में भी 8.8 एकड़ की भूमि संजय गांधी नेशनल पार्क में सीसीआई प्रोजेक्ट्स के तहत 500 करोड़ की प्रॉपर्टी खरीदी थी।