Pregnancy test at home: मां बनना हर महिला के लिए एक सुखद अहसास है। किसी महीने मासिक धर्म (Menstrual) का न आना गर्भावस्था का पहला संकेत (Early Pregnancy Symptoms) है। यूं तो बाजार में कई टेस्ट किट (Pregnancy Test Kit) मौजूद हैं लेकिन घरेलू प्रेग्नेंसी किट्स (Pregnancy Kit Price) को महिलाएं दशकों से इस्तेमाल कर रही हैं। आधुनिक प्रेग्नेंसी टेस्ट किट्स से पहले घरेलू उपायों के जरिये प्रेग्नेंसी की जांच (Home Remedies For Pregnancy Test) की जाती थी। आप गर्भवती हैं या नहीं, इस बात की पुष्टि के लिए कई घरेलू चीजों की मदद (Homemade pregnancy tests) ली जा सकती है। myUpchar के अनुसार, प्रेग्नेंसी टेस्ट में मूत्र या खून में प्रेग्नेंसी हार्मोन ‘ह्यूमन कोरिओनिक गोनाडोट्रापिन’ (एचसीजी) का पता लगाया (Pregnancy Symptoms) जाता है। अगर गर्भावस्था होगी, तो एचसीजी हार्मोन का स्तर बढ़ेगा। आमतौर पर प्रेग्नेंसी (Sign of Pregnancy) हार्मोन एचसीजी सुबह अपने उच्चतम स्तर पर होता है, इसलिए यह समय परीक्षण का सबसे अच्छा समय होता है।
प्रेगनेंसी टेस्ट क्या है ? (What is pregnancy test)
गर्भावस्था के बारे में पता लगाने के लिए आजकल प्रेग्नेंसी टेस्ट सबसे सटीक माना जाता है लेकिन पीरियड मिस होने के पहले ही शरीर में कुछ बदलावों के आधार पर भी गर्भावस्था के बारे में पता लगाया जा सकता है। इसके लिए आपको बस कुछ लक्षणों पर देना होगा ध्यान। गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में आपके शरीर में कई सारे बदलाव होते हैं यदि उन बदलावों पर आप ध्यान देंगे तो आपको पहले ही पता लग जाएगा कि आप गर्भवती हैं।
प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए ? (When to do pregnancy test)
Pregnancy Test आखिर कब और सेक्स के कितने दिन बाद किया जाए। वैसे तो पीरियड नहीं आना प्रेगनेंसी का पहला लक्षण माना (Pregnancy test at home) जाता है, हालांकि इसकी कई और वजह भी हो सकती हैं। ऐसे में आपका कन्फर्म होना जरूरी हो जाता है। अकसर महिलाओं के सामने सबसे पहला और बड़ा सवाल होता है कि पीरियड न आने के कितने दिन बाद टेस्ट किया जाए। साफ तौर पर प्रेग्नेंसी का पता तब ही लगाया जा सकता है जब महिला के खून में HCG हार्मोन का स्राव होने लगे। ज्यादातर महिलाओं में इस प्रोसेस को पूरा होने में 6 से 7 दिन लग जाते हैं।
वहीं एक्सपर्ट यह भी सलाह देते हैं कि अगर आपके पीरियड अबतक रेग्युलर रहे हैं, तो साइकल मिस होने के ठीक अगले दिन भी आप टेस्ट करवा सकते हैं। जब भी आप प्रेग्नेंट होने का विचार कर रही हों और साइकल मिस हो तो जल्द से जल्द टेस्ट करना ही चाहिए या डॉक्टर से मुलाकात करनी ही चाहिए। हालांकि, फिर भी बेहतर और कन्फर्म नतीजों के लिए 7 दिन तक रुकने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे पहले प्रेग्नेंट होने पर भी आपको रिजल्ट नेगेटिव ही मिलेंगे। जल्दबाजी में टेस्ट से कभी सही नतीजे सामने नहीं आते।
प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षण (Early pregnancy symptoms)
वैसे तो प्रेग्नेंसी टेस्ट करने के लिए बाजार में कई तरह के उपकरण और दवाइयां मौजूद हैं लेकिन गर्भ धारण करने के साथ ही महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव शुरू हो जाते हैं। आप चाहें तो इन शुरुआती लक्षणों से जान सकती हैं कि आप गर्भवती हैं या नहीं। ये बताना जरूरी है कि ये सिर्फ लक्षण हैं। हो सकता है कि जो लक्षण दिखाई दे रहे हैं वो किसी दूसरी वजह से हों।
- हैवी ब्रेस्ट
ये एक बेहद सामान्य लक्षण है। दरअसल, ब्रेस्ट के ऊतक हॉर्मोन्स के प्रति अति संवेदनशील होते हैं। गर्भ धारण करने के साथ ही शरीर में हॉर्मोनल चेंज होना शुरू हो जाते हैं। इससे ब्रेस्ट में सूजन आ जाती है या फिर भारीपन आ जाता है।
- निपल का रंग
क्या आपको आपके निपल कुछ अलग दिख रहे हैं? गर्भावस्था के के दौरान होने वाले हॉमोर्नल चेंज से melanocytes प्रभावित होती हैं। यानी इसका प्रभाव उन कोशिकाओं पर पड़ता है जो निपल के रंग के लिए उत्तरदायी होती हैं। गर्भ धारण करने पर निपल का रंग गहरा हो जाता है।
- मतली आना और उल्टी होने जैसा लगना
गर्भावस्था में दिन की शुरुआत काफी बोझिल होती है। सुबह उठकर कमजोरी लगती है और मितली आती है। कई बार कुछ खाने पर उल्टी जैसा महसूस होने लगता है।
- जल्दी-जल्दी टॉयलेट जाना
क्या आप अब पहले की तुलना में ज्यादा बार टॉयलेट जाने लगी हैं? ऐसे समय में किडनी ज्यादा सक्रिय हो जाती हैं, जिससे बार-बार टॉयलेट जाने लगी हैं? ऐसे समय में किडनी ज्यादा सक्रिय हो जाती हैं, जिससे बार-बार टॉयलेट जाना पड़ता है।
- क्रेविंग
क्रेविंग भी गर्भवती होने का एक प्रमुख लक्षण है। गर्भवती महिला में किसी विशेष चीज के प्रति आकर्षण बढ़ जाता है और हर वक्त वही खाने का दिल करने लगता है। कई बार ऐसा भी होता है कि इस दौरान महिला की डेली डाइट अचानक से बढ़ जाती है।
- सिर दर्द
ब्लड वॉल्यूम बढ़ जाने की वजह से सिर में दर्द रहने लगता है। ये गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में से एक प्रमुख लक्षण है। पर धीरे-धीरे ये खुद ही ठीक हो जाता है।
- कब्ज की शिकायत हो जाना
हॉर्मोनल चेंज होने की वजह से पाचन क्रिया पर भी असर पड़ता है। पाचन क्रिया थोड़ी धीमी हो जाती है। ऐसे में महिला को अक्सर कब्ज की शिकायत रहने लगती है।
- शरीर का तापमान और मूड
गर्भवती होने पर शरीर का तापमान अक्सर सामान्य तापमान से अधिक बना रहता है. इतना ही नहीं इस दौरान समय-समय पर मूड भी बदलता रहता है। कभी कोई चीज अच्छी लगने लगती है तो कभी उसी चीज से नफरत हो जाती है।
प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करें ? (how to do pregnancy test)
आमतौर पर प्रेग्नेंसी टेस्ट तीन तरीके से किया जाता है। सबसे पहले घरेलू उपाय की मदद से। उसके बाद घर पर प्रेग्नेंसी टेस्ट किट के जरिए और अंत में क्लिनिक जाकर डॉक्टर की मदद से। होम प्रेग्नेंसी टेस्ट का रिजल्ट लगभग सही आता है जब इसे पीरियड मिस होने के पहले दिन और उसके बाद किया जाए। अगर घर में किट से टेस्ट करने पर निगेटिव परिणाम आता है, तो 72 घंटे या तीन दिन के बाद, दोबारा जांच जरूर करें।
प्रेग्नेंसी टेस्ट करने का सही समय (Right time to take pregnancy test)
पीरियड मिस होते ही आपको प्रेग्नेंसी टेस्ट (Pregnancy test at home) कर लेना चाहिए। इसके अलावा अगर आपको डाउट है तो आप पीरियड की डेट से कुछ दिन पहले भी प्रेग्नेंसी टेस्ट कर सकती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान एचसीजी हार्मोन बनता है और पीरियड की तारीख से पहले भी यह हार्मोन बन सकता है। हालांकि, पीरियड की डेट मिस होने से पहले टेस्ट करने पर रिजल्ट सही न आने की भी संभावना रहती है। ऐसे में बेहतर होगा कि पीरियड मिस होने के एक सप्ताह के अंदर प्रेग्नेंसी टेस्ट करें।
प्रेगनेंसी टेस्ट का घरेलू उपाय (Home remedy for pregnancy test)
कई बार महिलाओं को लगता है कि वह प्रेग्नेंट हैं लेकिन उन्हें इसकी पुष्टि करनी होती है। आज बाजार में ऐसी चीजें उपलब्ध हैं जिनसे खुद ही प्रेग्नेंसी की जांच (Pregnancy test at home) की जा सकती है लेकिन घरेलू उपाय भी यह जानने में मदद कर सकते हैं। यहां ऐसे ही कुछ घरेलू नुस्खे हम आपको बताएंगे जिनको अपनाकर आप घर पर ही पता कर सकती हैं कि प्रेग्नेंट हैं या नहीं।
- विनेगर
विनेगर में पेशाब मिलाकर यह टेस्ट किया जाता है। विनेगर में पेशाब मिलाने के बाद अगर रंग में बदलाव नजर आता है तो हो सकता है कि आप गर्भवती हो।
- कांच के ग्लास
अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो कांच के ग्लास में यूरिन डालने से कुछ देर बाद इसपर सफेद परत दिखाई देगी। अगर ऐसा होता है तो आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं।
- ब्लीच का प्रयोग
किसी बर्तन में थोड़ी ब्लीच लें और इसमें पेशाब मिला दें। इसके बाद अगर इसमें बुलबुले दिखाई देते हैं तो आपके प्रेग्नेंट होने का संकेत हो सकता है।
- चीनी से टेस्ट
चीनी का प्रयोग करके भी प्रेग्नेंसी का पता लगाया जा सकता है। किसी बर्तन में चीनी लेकर इसमें थोड़ी पेशाब मिलाएं। अगर चीनी आपस में चिपक जाती है तो गर्भ के लक्षण हो सकते हैं। अगर चीनी घुल जाती है तो आप प्रेग्नेंट नहीं हैं।
- साबुन टेस्ट
साबुन में यूरिन मिलाने पर अगर बुलबुले बनते हैं तो प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव हो सकता है।
- डेटॉल टेस्ट
डेटॉल टेस्ट करने के लिए किसी कांच के बर्तन में बरामबर मात्रा में यूरिन और डेटॉल मिला लें। अगर डेटॉल और यूरिन घुल जाता है तो आप प्रेग्नेंट नहीं हैं लेकिन यदि यूरिन ऊपर परत बना लेता है और तैरने लगता है तो हो सकता है आप प्रेग्नेंट हों।
प्रेग्नेंसी टेस्ट किट यूज करने का सही तरीका (Correct way to use pregnancy test kit)
वैसे तो केमिस्ट के पास मिलने वाले होम प्रेग्नेंसी यूरीन टेस्ट किट पर सभी जानकारियां और निर्देश लिखे होते हैं बावजूद इसके हम आपको स्टेप बाइ स्टेप बता रहे हैं कि आखिर इसे यूज करने का सही तरीका क्या है।
- प्रेग्नेंसी टेस्ट करते वक्त वैसे तो आप किसी भी समय का यूरिन यूज कर सकती हैं लेकिन बिलकुल ऐक्युरेट रिजल्ट हासिल करना है तो हमेशा सुबह के सबसे पहले यूरिन का इस्तेमाल (Pregnancy test at home) ही करें। इससे सही रिजल्ट पाना आसान हो जाता है।
- एक साफ और सूखा हुआ छोटा सा कंटेनर लें जिसमें आप यूरिन को कलेस्ट करेंगी।
- टेस्ट किट के अंदर जो टेस्ट स्ट्रिप होती है उसे सावधानी से पकड़ें और किसी साफ सुथरी जगह पर रखें।
- टेस्ट किट के अंदर मौजूद ड्रॉपर की मदद से यूरिन की 2-3 बूंद को टेस्ट स्ट्रिप के साइड में बने हिस्से में डालें।
- 3-5 मिनट तक इंतजार करें और फिर रिजल्ट देखें।
प्रेगनेंसी टेस्ट कीट का रिजल्ट पढ़ने का सही तरीका क्या है ? (Correct way to read pregnancy test result)
- पिंक लाइन- अगर टेस्ट किट में सिर्फ 1 पिंक लाइन दिख रही है इसका मतलब है कि टेस्ट नेगेटिव है और आप प्रेग्नेंट नहीं हैं।
- पिंक लाइन- अगर टेस्ट किट में 2 पिंक लाइन दिख रही है यानी आप टेस्ट पॉजिटिव है और प्रेग्नेंट हैं। अगर लाइन का कलर हल्का पिंक है तब भी आप खुद को प्रेग्नेंट मान सकती हैं।
- कोई लाइन नहीं- अगर टेस्ट किट में किसी भी तरह की कोई लाइन ही न बने तो इसका मतलब है कि आपका टेस्ट सही तरीके से नहीं हुआ है और आपको दोबारा टेस्ट करने की जरूरत है। इसलिए 24 घंटे के अंदर दोबारा टेस्ट करें।
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प्रेगनेंसी टेस्ट किट से जांच करते समय ये सावधानियां जरूर बरतें (Precautions while checking with pregnancy test kit)
आजकल प्रेग्नेंसी टेस्ट करने की किट लगभग हर मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध है, साथ ही इसे इस्तेमाल करना भी बहुत आसान है। इसलिए आमतौर पर महिलाएं घर पर ही प्रेग्नेंसी टेस्ट (Pregnancy test at home) कर लेती हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि घर पर प्रेग्नेंसी टेस्ट करने के दौरान कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए, क्योंकि जरा सी भी गड़बड़ी होने पर टेस्ट के रिजल्ट सही नहीं आएंगे।
- सुबह की पहली यूरिन से ही टेस्ट सेंपल लेने चाहिए।
- यूरिन को एक साफ और सूखे कंटेनर में जमा करना चाहिए।
- टेस्ट स्ट्रिप के बीच वाले हिस्से (टेस्ट विंडो ) को न छुएं।
- टेस्ट किट के दिए गए ड्रॉपर की मदद से स्ट्रिप पर यूरिन डालें।
- 5 से 10 मिनटों के (जितना गाइड में लिखा हो) इंतजार के बाद रिजल्ट देखें।
- टेस्ट का मूल्यांकन 30 मिनट के बाद नहीं किया जाना चाहिए।
प्रेगनेंसी टेस्ट किट के नाम और प्राइस (pregnancy test kit names and prices)
- Prega News- यह आपको मार्केट में 50 से 60 रुपए में मिलेगा।
- I-Can Pregnancy Test Kit- यह आपको 50 रुपए में मिल जाएगा।
- Prega News Advance- यह आपको 200 रुपए में बाजार में मिल जाएगा।
- Accutest Kit- यह आपको मेडिकल स्टोर में 40 रुपए में आसानी से मिल जाएगा।
- Pregakem Pregnancy Detection Kit- यह आपको मार्केट में 60 रुपए में मिल जाएगा।
- Pregcolor Test Card- यह आपको 70 रुपए में मिल जाएगा।
- Clearblue Plus Pregnancy Test Kit- यह आपको 175 रुपए में मिल जाएगा।
- Velocit Pregnancy Kit- यह आपको बाजार में 180 रुपए में मिलेगा।
- Dr Reddy’S Velocit Eazy Kit- यह आपको आसानी से 90 रुपए के करीब मिल जाएगा।
- Microsidd Test Kit- यह आपको आसानी से मेडिकल स्टोर में 149 रुपए में मिल जाएगा