बक्सर: प्रेमी को खोजते-खोजते पंजाब से बक्सर पहुंची प्रेमिका । प्रेमिका के पहुंचने के बाद तकरीबन 24 घंटे तक हाइवोल्टेज ड्रामा चलता रहा। प्रेमिका अपने प्रेमी को पाने की जिद्द पर अड़ी थी जबकि प्रेमी के घर वाले उसे रखने को तैयार नहीं हो रहे थे। घटना संवा ब्रह्मपुर थाना के एकडार गांव की है। जहां हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। पुलिस भी आई लेकिन बात नहीं बनी तब जाकर ग्रामीणों ने प्रेमी और प्रेमिका के बीच समझौता कराया। समझौत के बाद प्रेमी अपनी प्रेमिका को साथ रखने के लिए तैयार हो गया।
एकडार गांव के शिवजी साह का बेटा रजनीकांत साह पंजाब के लुधियाना में एक निजी फैक्ट्री में काम कर रहा था। इसी दौरान उसका प्रेम सुनीता के साथ हो गया। इसके बाद दोनों ने 6 मार्च 2018 को लुधियाना में कोर्ट मैरिज कर लिया। तीन साल तक तो दोनों के बीच सब कुछ ठीक-ठाक चला। लेकिन, इसी साल फरवरी माह में रजनीकांत पत्नी सुनीता को बिना कुछ बताएं उसका सारा सामान लेकर वहां से गांव आ गया। कोर्ट मैरिज में दिए गए पता के आधार पर सुनीता ने किसी तरह से गांव के कुछ लोगों से संपर्क स्थापित कर अपनी व्यथा उन्हें बताई। इसके बाद उसने पति रजनीकांत के गांव पहुंचकर उसके घर में रहने का निर्णय लिया।
प्रेमी को खोजते-खोजते पंजाब से बक्सर पहुंची प्रेमिका
सुनीता ने जैसे तैसे अपने प्रेमी रजनीकांत के गांव के बारे में पता किया और शनिवार को उसके घर पहुंच गई, लेकिन परिवार के लोग रखने को राजी नहीं हुए और उसका प्रेमी रजनीकांत भी घर पर नहीं था। घरवालों के भगाने के बाद सुनीता ने सीधे एसपी को फोन लगाकर घटना की जानकारी दी और फिर अपनी भाभी और मां के साथ ब्रह्मपुर थाने में पहुंची।
सुनीता ने पुलिस को बताया कि रजनीकांत के साथ उसकी शादी कोर्ट और मंदिर दोनों में हुई थी। थानाध्यक्ष निर्मल कुमार ने बताया कि उसके दावे के बाद पुलिस उसे लेकर उसके गांव पहुंची और समझा-बुझाकर उसे घर में रख दिया, लेकिन पुलिस के जाते ही घर के लोगों ने उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया। परिवार के लोग उसे किसी भी हालत में रखने को तैयार नहीं थे। इसी बात को लेकर गांव में 24 घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा होता रहा। ग्रामीणों की वहां काफी भीड़ जुट गई।
आगे पढ़ें: मुजफ्फरपुर के एक बुजुर्ग के खाते में आए 52 करोड़ रुपए, मोदी सरकार से कर दी ये मांग
पूर्व पंचायत समिति सदस्य राकेश सिंह तथा अन्य ग्रामीणों ने उक्त युवती तथा उसकी मां व भाभी को किसी तरह से पास के दूसरे व्यक्ति के घर में रहने की व्यवस्था कराई। लेकिन इसी बीच सुबह होते होते उसका पति रजनीकांत भी गांव पहुंच गया।
24 घंटे तक चला हाई वोल्टेज ड्रामा
इसके बाद पति पत्नी के बीच समाजसेवी राकेश सिंह की मौजूदगी में एक लिखित समझौता हुआ, जिस पर परिजनों ने भी अपनी सहमति दी। इसके अनुसार पति-पत्नी स्वेच्छा से अपने साथ रहेंगे तथा कभी भी गांव पर अपने घर आकर रख सकते हैं। समझौते के बाद पति रजनीकांत अपनी पत्नी सुनीता देवी को साथ लेकर झारखंड रवाना हो गया। वहीं, सुनीता के परिजन भी वापस पंजाब चले गए। इस तरह 24 घंटे से चल रहे हाई वोल्टेज ड्रामा का समापन हुआ।