पटना में संपत्ति के लिए मां-बेटे को कमरे में बंद कर जिंदा जलाया । घटना की सूचना मिलते ही गांव के लोग उग्र हो गए और घर में बंद कर भतीजी की जमकर पिटाई की । करीब चार करोड़ के लिए मां-बेटे को जिंदा जला दिया गया। भतीजी ने ही वारदात को अंजाम दिया। सनसनीखेज घटना को अंजाम देने वाली युवती को लोगों को पकड़कर पीटाई की और पुलिस को सौंप दिया है। घटना नौबतपुर के कर्णपुरा गांव में हुई। पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। महिला के पति की दस साल पहले मौत हो चुकी है। संपत्ति के लिये कई दिनों से विवाद चल रहा था।
पटना में संपत्ति के लिए मां-बेटे को कमरे में बंद कर जिंदा जलाया
जानकारी के अनुसार नौबतपुर थाना के कर्णपुरा गांव में विधवा शांति देवी (65 वर्ष) एवं उनके दत्तक पुत्र अमरेंद्र कुमार 12 वर्ष को उनकी गोतनी की लड़की माधुरी देवी 32 वर्ष ने गुरुवार की अल सुबह सोये अवस्था मे ही किरासन तेल छिड़ककर जिंदा जला डाला। जलाने के पश्चात मां एवं बेटे अपनी जान बचाने के लिए घर में ही इधर-उधर भागने की कोशिश करने लगे। लेकिन आरोपित महिला और उसके सहयोगियों ने उन दोनों को कमरे में बंद कर दिया।
भतीजी की ग्रामीणों ने की धुनाई
आग की लपट एवं बदबू फैलते ही गांव के लोग वहां जमा हो गए। जब अंदर गये तो नजार देख आक्रोशित हो गए और उनलोगों ने आरोपित महिला की जमकर पिटाई शुरू कर दी। भीड़ में से ही किसी ने इसकी सूचना नौबतपुर थाने को दी। सूचना मिलते ही नौबतपुर थाने की पुलिस ने आरोपित महिला माधुरी देवी और उसकी पुत्री को लोगों के बीच से निकालकर अपनी गिरफ्त में ले लिया है। पुलिस ने महिला शांति देवी एवं दत्तक पुत्र अविनाश के शव को घर से जब्त कर लिया।
घटना के कारणों के पीछे संपत्ति विवाद
ग्रामीणों की माने तो करीब 10 दिन पहले शांति देवी के परिवार वालों ने 4 करोड़ रुपए की अपनी पुश्तैनी जमीन बेची थी। उसी पैसे में हिस्से के लिए माधुरी देवी मायके आई हुई थी। पैसे की मांग को लेकर वो अपनी चाची के साथ झगड़ा करने लगी। चाची ने जब भतीजी को पैसा देने से इनकार किया तो भतीजी ने मां और बेटे को घर में बंद कर किरासन तेल छिड़ककर आग लगा दी। वहीं थानेदार के मुताबिक मां-बेटे के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आरोपी भतीजी माधुरी से पूछताछ की जा रही है।
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इस घटना के बाद लोग भतीजी के करतूत पर लानत दे रहे हैं। उनका कहना है कि पैसों की खातिर कोई कैसे किसी को जिंदा जलाकर मार सकता है। लोगों ने बताया कि शांति देवी के पति लाल दास की मौत एक साल पहले हो गई है। लाल दास की अर्जित संपत्ति को उनकी पत्नी शांति देवी ने बेचकर पैसा इकट्ठा किया था। लेकिन उस पैसे पर उनकी भतीजी माधुरी की भी नजर थी। और नहीं मिलने पर उसने उन्हें जिंदा जला दिया।