रात (Night) में सोते समय खर्राटे (Snoring problem) लेने की समस्या इन दिनों इतनी सामान्य होती जा रही है कि अब इसे समस्या समझना ही छोड़ दिया गया है। हालांकि, खर्राटे (kharata) लेने वाला इंसान के लिए यह उतनी समस्या (Health Problem) वाली बात नहीं लगती लेकिन जो भी उसके आसपास सोता है उसकी नींद खराब हो जाती है। अगर आपके घर में भी कोई खर्राटे (kharate ka ilaj) लेता है तो आज जरूर इस प्रॉब्लम से जूझ रहे होंगे।
ऐसे में आप इसे सामान्य बात न समझें और तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं। इससे पहले आप कुछ घरेलू नुस्खों (Home Remedies) की मदद से इस समस्या को कम करने का तरीका आजमा सकते हैं। यहां हम आपको दादी नानी के नुस्खे बता रहे हैं जिसकी मदद से आप खर्राटे की समस्या को घर पर ठीक (home remedies for snoring treatment) कर सकते हैं। जानिए कैसे करें खर्राटे की समस्या (Snoring treatment in hindi) को दूर।
खर्राटे क्या है? (What is snoring in Hindi)
सोते वक्त सांस के साथ तेज आवाज और वाइब्रेशन आना खर्राटे कहलाता है। कई बार खर्राटे स्वास्थ्य समस्या (home remedies for snoring treatment) के कारण भी होते हैं जिसे अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। कई बार खर्राटे हल्की आवाज में आते हैं लेकिन अक्सर ये आवाजें इतनी तेज और कठोर होती हैं कि आसपास सोने वालों की नींद उड़ा देती हैं। खर्राटों का इलाज समय पर न किया जाए तो यह स्लीप एप्निया की वजह बन सकता है।
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क्यों आते हैं खर्राटे (kharrate kyu aate hai)
- ज्यादातर लोगों को लगता है कि खर्राटे (kharate band karne ka upay) आने की वजह ज्यादा थकान है इसलिए वे इसे अनदेखा कर देते हैं। इससे समस्या गंभीर हो जाती है। दरअसल, सोते समय ( nind mein kharate kyu aate hai) सांस में रुकावट खर्राटे आने की मुख्य वजह है। गले के पिछले हिस्से के संकरे हो जाने पर ऑक्सिीजन संकरी जगह से निकलती है, जिससे आसपास के टिशू वाइब्रेट होते हैं और खर्राटे आने लगते हैं।
- कई बार लोग पीठ के बल सोते हैं, जिससे जीभ पीछे की तरफ हो जाती है। जिससे सांस लेने और छोडऩे में रुकावट आने लग जाती है। इससे सांस के साथ आवाज और वाइब्रेशन होने लगता है।
- नीचे वाले जबड़े का छोटा होना भी खर्राटे (kharate kaise band kare) आने का एक कारण है। जब व्यक्ति का जबड़ा सामान्य से छोटा होता है तो लेटने पर उसकी जीभ पीछे की तरफ हो जाती है और सांस की नली को ब्लॉक कर देती है। ऐसे में सांस लेने और छोडऩे के लिए प्रेशर लगाना पड़ता है, जिस कारण वाइब्रेशन होता है।
- नाक की हड्डी टेढ़ी होना और उसमें मांस बढ़ा होना। भी खर्राटे की एक वजह होती है। इस वजह से सांस के साथ आवाज आती है।
- आपने कभी गौर किया हो तो हमेशा खर्राटे लेने वाले लोग अधिकतर मोटापे के शिकार हैं। ऐसे में गले के आस-पास बहुत अधिक वसा युक्त कोशिकाएं जमा हो जाती हैं, जिनसे गले में सिकुड़न होती है और खर्राटे की ध्वनि निकलती है। यह हवा के रास्ते को भी रोकता है जिससे भी सोते वक्त खर्राटे अधिक होते हैं। तो अगर आप खर्राटे से छुटकारा चाहते हैं तो वजन जरूर घटाएं।
- व्यक्ति की गर्दन अगर ज्यादा छोटी हो तो भी सोते समय सांस के साथ आवाज आती है।
- धूम्रपान का फेफड़े पर सीधा प्रभाव पड़ता है। इससे फेफड़े की क्षमता पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। कभी-कभी धूम्रपान करने वाले व्यक्ति को सोते वक्त ऑक्सीजन की कमी लगती है। इस स्थिति को स्लीप ऐप्नीआ यानी निद्रा अश्वसन कहते हैं। इस स्थिति में कई बार ऑक्सीजन प्राप्त करने के लिए भी शरीर खर्राटे लेता है।
खर्राटे से शरीर पर क्या असर पड़ता है? (kharate ka ilaj)
बढ़ जाता है ब्लड प्रेशर
सांस लेने में बार-बार रुकावट होने पर शरीर में ऑक्सिजन का लेवल कम हो जाता है, जिससे बीपी बढ़ जाता है।
दिल को नुकसान
शरीर में ऑक्सिजन कम होते ही दिल को ऑक्सिजन के लिए ज्यादा प्रेशर लगाना पड़ता है। जब यह समस्या बढ़ जाती है तो हार्ट अटैक हो सकता है। कई बार व्यक्ति रात को सही सोता है, लेकिन सुबह पता चलता है कि हार्ट अटैक से मौत हो गई, इसकी वजह सांस की यह दिक्कत हो सकती है।
स्ट्रोक का खतरा
कई बार खर्राटों की समस्या (kharate ka desi ilaj) दिमाग पर भी असर डालती है। शरीर में ऑक्सिजन की मात्रा कम होने और कार्बन-डाई-ऑक्साइड की मात्रा बढ़ने से दिमाग पर बेवजह दबाव बढ़ जाता है, जिससे स्ट्रोक्स की आशंका काफी बढ़ जाती है।
फेफड़ों पर असर
नाक में रुकावट होने पर जब कोई शख्स मुंह खोलकर सोता है तो बिना छनी हवा मुंह के रास्ते व्यक्ति के अंदर जाती है, जिससे फेफड़ों को नुकसान होता है।
आलस और थकान
रात को नींद पूरी न होने पर दिन भर आलस और थकान महसूस होती है, जिससे उसका मन भटकता रहता है। चिड़चिड़ापन और नाखुशी भी नजर आती है।
मोटापे की आशंका
सात घंटे की नींद पूरी न होने पर व्यक्ति के हॉर्मोन्स पर असर पड़ता है। इससे उसका वजन बढ़ना शुरु हो जाता है। वजन बढ़ने से और ज्यादा खर्राटे आने लगते हैं। ये दोनों चीजे एक-दूसरे से ही जुड़ी होती हैं।
स्लीप एप्निया का डर
अगर खर्राटों की ओर ध्यान न दिया जाए तो यह स्लीप एप्निया जैसी खतरनाक बीमारी बन सकती है।
खर्राटे का घरेलू उपाय – Home Remedies for Snoring in Hindi
1. पुदीना
आप अगर पुदीना (permint) का तेल गुनगुने पानी में डालकर गरारा करें तो कुछ ही दिनों में खर्राटे की समस्या (How to stop snoring home remedies) दूर हो जा सकती है। इसके अलावा अगर आप गुनगुने पानी में पुदीना का पत्ता उबालें और उसे पिये तो इससे भी खर्राटे की दिक्कत (kharate band karne ka upay) धीरे-धीरे खत्म हो सकती है।
2. हल्दी
अगर किसी को खर्राटे (kharate ka upay) लेने की समस्या है तो वो हल्दी का सेवन करें। हल्दी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते होते हैं जो कि नाक में कंजस्टेड रास्ते को खोलने में सहायता करते हैं। इसलिए आप रोजाना सोने से करीब आधा घंटे पहले गर्म दूध में हल्दी डालकर पिएं। इससे आपको खर्राटों (kharate ka desi ilaj) की समस्या में आराम मिलेगा।
3. शहद
खर्राटों की समस्या (Kharate ke upay) में शहद भी काफी असरदार है। इसमें भी प्रचुर मात्रा में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं। ऐसे अगर आप सोने से पहले शहद की चाय या फिर गर्म पानी में शहद को मिलाकर पिएं तो आपको आराम मिलेगा। शहद का सेवन (kharate ka gharelu upay) करने से नाक का मार्ग खुलेगा जिससे ऑक्सीजन आसानी से गुजरती है।
4. दालचीनी
आप एक गिलास गुनगुना पानी लें और इसमें दो से तीन चम्मच दालचीनी (cinnamon) का पाउडर मिलाएं। अब इसे पी लें। ऐसा कुछ दिन लगातार करें। अंतर महसूस होगा।
5. लहसुन
आप लहसुन (Garlic) की एक कली रात में सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ निगल लें। आपको खर्राटे से राहत (kharate band karne ka upay) मिलेगी।
6. जैतून तेल
जैतून के तेल (Olive oil) को नाक में डालने से सांस लेने में आने वाली समस्या दूर हो जाती है। हर रात सोने से पहले जैतून तेल की कुछ बूंदे नाक में डाल लेनी चाहिए। इससे धीरे-धीरे खर्राटे की परेशानी (kharate band karne ka upay) भी दूर हो जाती है।
7. सोया मिल्क
अगर आपको खर्राटे की दिक्कत (kharate ka ilaj) है तो आप सोया मिल्क का सेवन करें। इसका सेवन रोजाना करने से भी आपको खर्राटों की समस्या (snoring treatment in hindi) में आराम मिलेगा।
8. प्याज
सब्जी में खाने का स्वाद बढ़ाने के अलावा प्याज आपको खर्राटों की समस्या को दूर (How to Stop Snoring in Hindi) भगाने में भी मददगार है। इसके लिए बस आप रात के खाने में पकी हुई प्याज को शामिल करें। प्याज की महक दिमाग को राहत पहुंचाएगी और बिना खर्राटे (kharate kaise band kare) लिए आप आराम से सो जाएंगे।
9. देसी घी
देसी घी (Ghee) के माध्यम से भी आप खर्राटे की समस्या को दूर (kharate band karne ka upay) कर सकते हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले देसी घी को हल्का गर्म करना होगा। इसके बाद घी की कुछ बूंदों को नाक (kharate ki dawa) में डालने से खर्राटे की समस्या दूर हो जाती है।
10. पानी पीएं
अगर किसी के शरीर में पानी की कमी है तो इसकी वजह से भी खर्राटे (Kharate band karne ka upay) आते हैं। जब शरीर में पानी की कमी होती है तो नाक के रास्ते की नमी सूख जाती है। ऐसे में साइनस हवा की गति को श्वास तंत्र में पहुंचने के बीच में सहयोग नहीं कर पाता और सांस लेना कठिन हो जाता है।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। बिहार खबरें इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।