IAS officer Aparna Ramesh: सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) को देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक माना जाता है। जहां कुछ उम्मीदवार पहले ही प्रयास में सफल हो जाते हैं, वहीं कुछ लोग कई प्रयास के बाद सफलता पाते हैं। आज हम बात करने जा रहे हैं कर्नाटक की अपर्णा रमेश की, जिन्होंने फुल टाइम जॉब करते हुए यूपीएससी (IAS officer Aparna Ramesh) की परीक्षा पास की।
आसान नहीं थी नौकरी के साथ एग्जाम तैयारी
रिपोर्ट के अनुसार, 28 वर्षीय अपर्णा रमेश (Aparna Ramesh) ने बताया कि फुल टाइम जॉब के साथ यूपीएससी (IAS officer Aparna Ramesh) एग्जाम की तैयारी आसान नहीं थी। उनके लिए टाइम मैनेजमेंट सबसे बड़ी चुनौती थी, क्योंकि नौकरी के बाद उनके पास बहुत कम समय बचता था।
फुल टाइम जॉब के साथ टाइम मैनेजमेंट
अपर्णा रमेश के अनुसार, उनके लिए अपनी नौकरी और शिक्षा में संतुलन बनाना आसान नहीं था। टाइम मैनेजमेंट एक चुनौती थी। अपर्णा ने कहा कि नौकरी के बाद उनके पास बहुत कम समय बचा था, इसलिए उन्होंने परीक्षा के लिए प्रासंगिक विषयों का अध्ययन किया। साथ ही उन्होंने सिविल सेवा (IAS officer Aparna Ramesh) परीक्षा के बड़े सिलेबस से खुद को विचलित नहीं होने दिया। उसका मुख्य टारगेट ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई करना था।
अपर्णा ऑफिस टाइम से पहले सुबह 4 से 7 बजे तक पढ़ाई करती थीं। इसके बाद वह ऑफिस जाती थीं। ऑफिस से घर लौटने के बाद भी वह दो से तीन घंटे पढ़ाई करती थीं। वह छुट्टी के दिन 8 से 9 घंटे पढ़ाई करती थीं। हालांकि, वह पहली बार में सफल नहीं हुईं लेकिन दूसरी बार इसे हासिल किया। 2020 की सिविल सेवा परीक्षा उनका आखिरी प्रयास था और अगर उन्होंने परीक्षा पास नहीं की होती, तो वह एक आर्किटेक्ट कम अर्बन प्लानर के रूप में काम करतीं।
इतिहास, भूगोल और अर्थशास्त्र के लिए अपर्णा ने ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा की एनसीईआरटी की किताबों से ही पढ़ाई की। राजनीति के लिए, उन्होंने एम. लक्ष्मीकांत की किताबें पढ़ीं और करंट अफेयर्स के लिए, उन्होंने विज़नआईएएस नोट्स पढ़े और रोजाना न्यूज देखीं। वह लेटेस्ट घटनाओं पर नजर रखने के लिए टीवी देखते हुए या अखबार पढ़ते हुए रोजाना नोट्स भी बनाती थीं। अपर्णा ने लिखित परीक्षा में 1004 में से 825 और पर्सनालिटी टेस्ट में 171 अंक हासिल किए हैं। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 35वीं रैंक(IAS officer Aparna Ramesh) हासिल की थी।