Heart blockage symptoms in hindi : कोरोना के संक्रमण का लहर खत्म होने के बाद एक गंभीर समस्या हार्ट अटैक देखने को मिल रहा है। हर महीने हार्ट अटैक से कई लोगों की जान जा रही है। आपने देखा भी होगा कि बॉलीवूड के यंग कलाकार सिद्धार्थ शुक्ला और अन्य कई कलाकारों की मौत हार्ट अटैक से हो गई। पहले एक मिथ माना जाता था कि हार्ट अटैक (heart blockage treatment) आमतौर पर पूराने लोगों को ही आता है लेकिन कोरोना महामारी के बाद जिस तरह मामले सामने आए, उसने मिथ को गलत साबित कर दिया।
अब युवा हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं। आपने सोशल मीडिया पर वीडियो भी देखा होगा कि कैसे एक युवक भगवान शंकर का रोल स्टेज पर निभा रहा होता है तो तभी उसकी मौत हो जाती है। इसके पीछे हार्ट अटैक ही था। आज आपको हार्ट अटैक से जुड़ी जानकारी बताने का प्रयास करुंगा कि आखिर हार्ट अटैक आने से पहले कैसा महसूस होता है।
हमारा हृदय एक अद्भुत मशीन है। हमारा दिल दिन में कम से कम 100,000 बार और 2.5 अरब बार रक्त पंप करता है। इसके लिए हृदय की सभी मांसपेशियों में अच्छे रक्त प्रवाह की आवश्यकता होती है और इसके लिए हमारे पास कोरोनरी धमनियां (हृदय की धमनियां) होती हैं। इसलिए जब कुछ गलत होता है और अगर धमनियां आंशिक रूप से या पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाती हैं तो यह अक्सर आपको दिल का दौरा पड़ने से पहले चेतावनी के संकेत देती है।
हार्ट ब्लॉकेज होने के कारण (Heart blockage causes)
हार्ट ब्लॉक होने के कारण व्यक्ति को हार्ट अटैक है (Heart blockage symptoms in hindi), यह इसका सबसे आम कारण है। अन्य कारणों में कार्डियोमायोपैथी, हृदय के वाल्व की समस्याएं या हृदय का आकार शामिल हैं। हार्ट सर्जरी के दौरान हुई छोटी-मोटी समस्याएं भी हार्ट ब्लॉक का कारण बन सकती हैं। इसके अलावा किसी दवा के साइड इफेक्ट के कारण हो भी हृदय में रक्त का प्रवाह बाधित हो सकता है। कई मामलों में यह जेनेटिक भी हो सकता है।
हार्ट ब्लॉकेज अलग-अलग स्टेज पर होता है। पहले या प्रारंभिक चरण में कोई विशिष्ट लक्षण नहीं होते हैं। दूसरे चरण में दिल की धड़कन सामान्य से थोड़ी कम हो जाती है। तीसरे चरण में हृदय रुक-रुक कर धड़कने लगता है। दिल का दौरा या दिल का दौरा भी दूसरे या तीसरे चरण में आ सकता है। इसके लिए तत्काल उपचार की आवश्यकता है।
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हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण (Heart Blockage Symptoms in Hindi)
हार्ट ब्लॉकेज के इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये लक्षण (Heart blockage ke lakshan) बाद में हार्ट अटैक के कारण (symptoms of heart blockage) बन सकते हैं।
- सांस फूलना
- छोटी सांस आना
- छाती में दर्द होना
- अधिक थकान होना
- बार-बार सिरदर्द होना
- कमजोरी या ठण्ड लगना
- चक्कर आना या बेहोश हो जाना
- काम करने पर थकान महसूस हो जाना
- गर्दन, ऊपरी पेट, जबड़े, गले या पीठ में दर्द होना
- अपने पैरों या हाथों में दर्द होना या सुन्न हो जाना
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हार्ट ब्लॉकेज कितने प्रकार के होते हैं?
राइट बंडल ब्लॉक तब होता है जब हार्ट की मांसपेशियों में ब्लड की प्रवाह सही से नहीं होता है। लेफ्ट बंडल में ब्लॉक तब होता है जब हार्ट की मांशपेशियों में चोट लगती है। जब आपके हार्ट का सिनोअट्रियल पार्ट ब्लॉक होता है उसे सिनोअट्रियल नोड ब्लॉक कहते हैं। वही एट्रयोवेंट्रिकुलर नोड ब्लॉक तब होता है जब हार्ट में इलेक्ट्रिक सिगनल की गति कम हो जाती है।
हार्ट में ब्लॉकेज होने पर किन बातों का ध्यान रखें? (Safety tips during heart blockage)
- अगर आपको हार्ट ब्लॉकेज (Heart blockage symptoms in hindi) है तो तले-भुने खाने का सेवन न करें। आपको ज्यादा नमक वाला खाना भी अवॉइड करना है।
- अगर आपको हार्ट ब्लॉकेज है तो आप बाजार में मिलने वाले स्नैक्स अवॉइड करें और फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन भी न करें।
- अगर हार्ट में ब्लॉकेज है तो डॉक्टर से रेगुलर चेकअप करवाते रहें और बीपी, डायबिटीज, थायराइड कंट्रोल में रखें।
- हार्ट में ब्लॉकेज होने पर आपको बीन्स, फलिया, बीज, दही, गेहूं, बाजरा, संतरा, नींबू आदि का सेवन करना चाहिए।
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हार्ट ब्लॉकेज से कैसे बचें? (How to prevent heart blockage)
हार्ट ब्लॉकेज से बचने के लिए आप ये उपाय अपना सकते हैं-
- हार्ट ब्लॉकेज से बचने के लिए बीपी, डायबिटीज, थायराइड का स्तर कंट्रोल में रखें।
- आपको ज्यादा वजन के कारण भी हार्ट की बीमारी हो सकती है इसलिए वजन कंट्रोल (weight management) करें।
- धूम्रपान या शराब का सेवन हार्ट की सेहत के लिए अच्छा नहीं होता इसलिए इसे अवॉइड करें।
- आपको कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रखना है जिसके लिए केवल हेल्दी फैट्स का ही सेवन करें।
- रोजाना एक्सरसाइज करें (yoga for heart blockage) और हेल्दी डाइट लें ताकि आप हार्ट ब्लॉकेज जैसी समस्या से बच सकें।
हार्ट में ब्लॉकेज (Heart blockage treatment) का पता लगाने के लिए डॉक्टर ईसीजी का सहारा लेते हैं अगर आप समय पर इलाज करवाएं तो गंभीर समस्या से बच सकते हैं। अगर हार्ट ब्लॉकेज 70 प्रतिशत से ज्यादा होता है तो डॉक्टर स्टंट डालने की सलाह देते हैं।
पर्याप्त नींद नहीं लेने के अलावा खानपान में लापरवाही बरतना और दिनचर्या का नियमित नहीं होना भी युवाओं में हृदयाघात की बड़ी वजह बन रहा है। सोते समय देर रात तक मोबाइल देखने से भी नींद समय पर नहीं आती। यह भी कम उम्र में हार्ट अटैक के प्रमुख वजहों का कारण है। क्योंकि इससे नींद के घंटे काफी हद तक कम हो जाते हैं।