बिहार में सरकारी नौकरी देने के नाम पर फर्जीवाड़ा, ज्‍वाइनिंग लेटर देखकर अफसर भी दंग, FIR दर्ज

बिहार में सरकारी नौकरी देने के नाम पर फर्जीवाड़ा । महिला एवं बाल विकास निगम में नौकरी देने के नाम पर फर्जीवाड़ा सामने आया है। इसका खुलासा तब हुआ, जब गया और नवादा की रहने वाली एक लड़की और एक लड़का फर्जी ज्वाइिनंग लेटर लेकर निगम में योगदान देने पहुंचे। नियुक्ति पत्र में निगम का पुराना पता अंकित था। महिला एवं बाल विकास निगम के पदाधिकारियों ने मामले की जांच की तो पाया कि पत्र फर्जी है। इसको लेकर निगम के परियोजना निदेशक की ओर से सचिवालय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

बिहार में सरकारी नौकरी देने के नाम पर फर्जीवाड़ा

बिहार में सरकारी नौकरी देने के नाम पर फर्जीवाड़ा

महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार के परियोजना निदेशक अजय श्रीवास्तव ने उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इस प्रकार के किसी भी व्यक्ति /संस्था के दावे से दूर रहें। निगम में किसी भी पद के नियुक्ति की एक निर्धारित प्रक्रिया है। इसके बारे में अ़खबारों में सूचना जाती है या महिला एवं बाल विकास निगम की वेबसाइट पर सूचना प्रकाशित की जाती है। सात दिन पहले भी एक महिला और एक पुरुष सृजन नामक संस्था का लेटर लेकर, निगम में योगदान देने आये थे। उन्होंने ये दावा किया था कि उक्त संस्था ने उनसे पैसे लेकर महिला एवं बाल विकास निगम में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर नियुक्त के लिए पत्र दिया था। बहरहाल, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

बिहार में सरकारी नौकरी देने के नाम पर फर्जीवाड़ा

महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार के परियोजना निदेशक अजय श्रीवास्तव ने बताया कि दो लोग नियुक्ति पत्र लेकर विभाग में डाटा इंट्री ऑपरेटर के पद पर योगदान देने आये थे। उनका नियुक्तिपत्र जाली था। निगम ने न तो इस प्रकार के किसी पद पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला था और न ही निगम में अभी कोई बहाली हो रही है। यह एक अत्यंत ही गंभीर मामला है। महिला एवं बाल विकास निगम की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि कोई रैकेट इस तरह का कार्य कर रहा है। कुछ अज्ञात व्यक्ति, निगम में नियुक्ति करवाने के नाम पर लोगों से पैसे ठग रहे हैं और धोखघड़ी कर रहे हैं।

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सचिवालय थाने को लिखा कार्रवाई के लिए पत्र

फर्जीवाड़े की जानकारी मिलने पर इसे वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया। उसके बाद महिला एवं बाल विकास निगम के परियोजना निदेशक ने कार्रवाई के लिए सचिवालय थाने को पत्र लिखा। बिहार के परियोजना निदेशक ने कहा कि निगम ने इस प्रकार के किसी भी पद पर नियुक्ति के लिए ना तो विज्ञापन प्रकाशित किया है और न ही निगम में कोई ऐसी बहाली हुई है।