पटना गांधी मैदान में अचानक पुलिस की तैनाती देख चौंके लोग । पुलिस को पहले से खबर थी और रोकने के लिए समय से पहले पहुंच भी गई, लेकिन योजना बनाने वाले अधिक तेज निकले। पुलिस काफी देर तक इंतजार कर लौट गई। इसके बाद भीम आर्मी के सदस्य उसी जगह पहुंचे और अपनी योजना को आखिरकार अंजाम दे ही डाला। यह मामला बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी जुड़ा हुआ है। सब कुछ जानकर आप भी कहेंगे कि पुलिस आगे पहुंच कर भी पीछे रह गई। मामला राजधानी से करीब 30 किलोमीटर दूर मसौढ़ी थाने का है। पूरी घटना मसौढ़ी के गांधी मैदान में हुई है।
पटना गांधी मैदान में अचानक पुलिस की तैनाती देख चौंके लोग
स्थानीय गांधी मैदान में उस वक्त विचित्र स्थिति पैदा हो गई जब सोमवार की शाम अचानक वहां भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। इस दौरान गांधी मैदान में खेल रहे बच्चों को पुलिस ने खदेड़ दिया व इधर उधर बैठे अन्य लोगों को भी वहां से बाहर कर दिया। पुलिस को सूचना मिली थी कि किसी पार्टी या समूह के द्वारा गांधी मैदान में मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया जाने वाला है। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस की तीन गाडिय़ां गांधी मैदान में पहुंच गई।
दो घंटे तक इंतजार करने के बाद लौट गए पुलिस
थानाध्यक्ष के साथ पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। इधर आसपास के लोगों को इसकी कोई जानकारी नहीं रहने से वे किसी अप्रिय घटना की आशंका से भयभीत होकर अपने अपने घरों में बंद होने लगें। वहीं कई लोग गांधी मैदान के बाहर खड़े होकर पुलिस की हरकतों को देखने की कोशिश करने लगे।
इस बीच करीब दो घंटे के इंतजार के बाद भी पुतला दहन करने जब कोई नहीं पहुंचा तो पुलिस वापस लौटने लगी। इधर पुलिस के वहां से जाने की खबर जैसे ही पुतला दहन करने वालों को हुई तो वे लोग गांधी मैदान में पहुंच गए और मुख्यमंत्री का पुतला दहन करने लगे।
बताया जाता है कि पुतला दहन करने वाले लोग भीम आर्मी के सदस्य थे और वे बीते दिनों धनौती में आशीष दास की हुई हत्या से खफा थे। उनका आरोप था कि थानाक्षेत्र में आपराधिक घटनाओं में इन दिनों काफी बढ़ोतरी हो गई है। इधर पुतला दहन करने की सूचना पर पुलिस फिर गांधी मैदान पहुंची और भीम आर्मी के आधा दर्जन सदस्यों को हिरासत में लेकर थाने ले आई। पुलिस का तर्क था कि उन्हें कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लघन में पकड़ा गया है।