नई दिल्ली: अमरिकी शोधकर्ताओं ने हाथों में पहनने वाले एक ऐसे यंत्र की खोज की है जो किसी व्यक्ति के पसीने का इस्तेमाल कर उससे बिजली का निर्माण (Electricity will be generated by sweat) कर सकता है। ऐसा संभव कर दिखाने के लिए वैज्ञानिकों ने डिवाइस का एक प्रोटोटाइप तैयार किया है। इसकी मदद से पसीने से पहले बिजनी तैयार होगी और फिर फोन चार्ज होगा। इस डिवाइस को सैनडिएगो की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने तैयार किया है।
Electricity will be generated by sweat डिवाइस को न के बराबर एनर्जी की जरूरत
अमरिकी वैज्ञानिकों द्वारा तैयार डिवाइस को उंगलियों पर पहनाया जाएगा। रात में सोते या बैठे वक्त निकलने वाले पसीने से बिजली तैयार होगी। इससे स्मार्टफोन चार्ज होगा। डिवाइस में इलेक्ट्रिकल कंडक्टर लगे हैं। इसमें कार्बन फोम का इस्तेमाल किया गया है जो उंगलियों से निकलने वाला पसीना सोखता है। इलेक्ट्रोड पर मौजूद एंजाइम पसीने के कणों के बीच केमिकल रिएक्शन शुरू करते हैं। इससे बिजली पैदा होती है। इलेक्ट्रोड के नीचे छोटी चिप लगाई गई है, जिसे दबाने पर डिवाइस पावर जनरेट करने लगती है।
रिसर्च (Science Latest Research) अभी शुरुआती दौर में है, ऐसे में ये प्रोटोटाइप डिवाइस (New Technology) फिलहाल सीमित पावर ही जनरेट कर सकती है। अगर लगातार 3 हफ्ते तक हाथों में ये डिवाइस पहनी जाए तो स्मार्टफोन चार्ज करने लायक बिजली पैदा हो जाएगी। हालांकि रिसर्चर्स का कहना है कि इसकी क्षमता जल्दी ही बढ़ाए जाने की कोशिश जारी है।
अब तक जितने भी वियरेबल डिवाइस मौजूद हैं, उनमें बिजली जनरेट करने से एक्सरसाइज़ या शारीरिक मेहनत की ज़रूरत पड़ती रही है। लेकिन इस अनोखी डिवाइस में सोते हुए भी पावर जेनरेट हो सकती है। इसके अलावा टाइपिंग, मैसेज टेक्सिंग जैसी गतिविधियों में भी उंगलियों में आने वाले पसीने से बिजली बन सकेगी।
अगर सभी उंगलियों में इसे पहनाया जाए तो 10 गुना तक अधिक एनर्जी स्टोर की जा सकती है। डिवाइस को उंगलियों पर इसलिए पहनाया क्योंकि यहां से पसीना अधिक निकलता है। जैसे पसीना निकलना शुरू होता है पॉवर जनरेट होने लगता है। सीनियर प्रोफेसर जोसेफ वॉन्ग का कहना है कि फिंगर की टिप पर अगर आप कुछ न भी कर रहे हों तो भी बहुत थोड़ी मात्रा में पसीना होता है। इस टेक्नोलॉजी के सहारे आप बिना कुछ मेहनत किए इससे बिजली जनरेट कर सकते है।