Makar Sankranti पर क्यों खाया जाता है तिल और गुड़ का लड्डू, जानिए क्या है इसकी कहानी
मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ के लड्डू खाने का महत्व धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों दृष्टिकोणों से है।
धार्मिक रूप से यह माना जाता है कि मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं। तिल और गुड़ का सूर्य को अर्पण करने से उन्हें प्रसन्नता मिलती है और सौभाग्य प्राप्त होता है।
वैज्ञानिक रूप से तिल और गुड़ ऊर्जा और पोषक तत्वों के अच्छे स्रोत हैं, जो सर्दियों के मौसम में सहायक होते हैं।
तिल में विटामिन ई, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हड्डियों और मांसपेशियों के लिए अच्छे होते हैं।
गुड़ में आयरन, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज पाए जाते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने और पाचन में सुधार करने में मदद करते हैं।
तिल और गुड़ दोनों ही एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं।
मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ खाने से शरीर को शुद्ध करने और डिटॉक्स करने में भी मदद मिलती है।
तिल और गुड़ खाने से सर्दियों के मौसम में शरीर को गर्मी भी मिलती है।
मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ का सेवन एक परंपरा है जो पीढ़ियों से चली आ रही है। यह न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है।
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