UGC Discontinues M.Phil Degree: यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन ने अपने फैसले के तहत एम.फिल की डिग्री को खत्म करने का निर्णय लिया है। अब से किसी भी कॉलेज में एम.फिल में एडमिशन नहीं होगा। इस मामले में यूजीसी ने कॉलेजों को नोटिस जारी करके इस निर्णय का पालन करने के लिए निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही यूजीसी सेक्रेटरी मनीष जोशी ने छात्रों से भी अनुरोध किया है कि वे इस कोर्स में एडमिशन न लें। इसका मतलब है कि अब से एम.फिल कोर्स की मान्यता खत्म कर दी गई है। यूजीसी ने आज ही मास्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री बंद करने का आदेश पारित किया है।
नोटिस में क्या लिखा है?
यूजीसी ने इस बारे में एक नोटिस जारी किया है जिसमें कहा गया है कि एम.फिल एक मान्यता प्राप्त डिग्री नहीं है। एमफिल यानी मास्टर ऑफ फिलॉसफी एक दो साल का पोस्टग्रेजुएट एकेडमिक रिसर्च प्रोग्राम है जो पीएचडी के लिए प्रोविजनल इनरोलमेंट की तरह भी काम करता है। हालांकि, यूजीसी ने आज से इस डिग्री की मान्यता खत्म कर दी है।
नोटिस में कहा गया है कि 2023-24 सत्र से एमफिल प्रोग्राम में प्रवेश रोकने के लिए विश्वविद्यालयों को निर्देश दिए गए हैं। मौजूदा एमफिल छात्रों को अपने पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए अनुमति दी जाएगी।
नोटिस में कहा गया है कि विश्वविद्यालयों को एमफिल डिग्री को बंद करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। इसमें पाठ्यक्रमों को समाप्त करना, पाठ्यक्रमों में नामांकन रोकना और छात्रों को पीएचडी कार्यक्रम में स्थानांतरित करना शामिल है।
कुछ यूनिवर्सिटी ले रही थी एडमिशन
यूजीसी ने नोटिस में स्पष्ट कहा है कि उन्हें लगता है कि कुछ यूनिवर्सिटी एम.फिल यानी मास्टर ऑफ फिलॉसफी कोर्स में नए छात्रों को आमंत्रित कर रही हैं। यूजीसी का कहना है कि इस डिग्री को मान्यता नहीं मिली है, इसलिए कॉलेज इस कोर्स के लिए एडमिशन न दें और छात्रों को भी इस कोर्स में एडमिशन न लें।
एनईपी के तहत दिया गया था प्रपोजल
एम.फिल की डिग्री आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज, साइंस, मैनेजमेंट, साइकोलॉजी और कॉमर्स आदि में ली जाती है. यूजीसी ने इस बाबत बने रेग्यूलेशन का जिक्र करते हुए कहा है कि ये डिग्री अमान्य है. इस डिग्री को डिस्कॉन्टीन्यू करने की सिफारिश नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 में की गई थी. इस साल से इसे अमान्य घोषित कर दिया गया है. इसीलिए यूजीसी ने कॉलेज और स्टूडेंट्स दोनों से आग्रह किया है कि इस डिग्री कोर्स में एडमिशन न लें. यूनिवर्सिटीज से आग्रह किया गया है कि वे तुरंत इस दिशा में कदम उठाएं और इस कोर्स में एडमिशन लेने का प्रॉसेस तुरंत प्रभाव से बंद कर दें।
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